इंडोनेशिया के संत डॉ. ई. मादे धर्मयश इंदौर आए:बोले- मानव जीवन औरों का परोपकार करने के लिए ही मिला, इसे व्यर्थ न जाने दें
इंडोनेशिया के संत डॉ. ई. मादे धर्मयश इंदौर आए:बोले- मानव जीवन औरों का परोपकार करने के लिए ही मिला, इसे व्यर्थ न जाने दें
बाली (इंडोनेशिया) के संत रसाचार्य डॉ. ई. मादे धर्मयश जी इंदौर आए। साहित्यकार, समाजसेवी डॉ. बनवारी लाल जाजोदिया यथार्थ के आतिथ्य में आए डॉ. ई. मादे धर्मयश जी ने उज्जैन में महाकाल और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। इसके साथ ही इंदौर के सभी प्रमुख मंदिर, राजवाड़ा देखकर काफी खुश हुए। मालवा की दाल बाटी, बाफला, उज्जैन में मक्का, बाजरा, ज्वार की रोटी उन्हें बहुत पसंद आई। इंदौर से वे खजुराहो के लिए रवाना हुए और मप्र के अन्य शहरों से होते हुए प्रयागराज महाकुंभ पहुंचेंगे। इंदौर में प्रवेश करते ही साफ-सफाई, मालवा का आपसी प्रेम भाव, खानपान, संस्कृति, हर चेहरे पर मुस्कान और आत्म संतुष्टि देखकर डॉ. ई. मादे धर्मयश जी ने प्रशंसा की। इस बीच, बाली के संत रोटरी क्लब ऑफ इंदौर के नंदकिशोर उपाध्याय के यहां आयोजित पारिवारिक मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर अपने आशीष वचनों में उन्होंने कहा कि मानव जीवन ही औरों का परोपकार करने के लिए ही मिला है, इसे व्यर्थ न जाने दें। उनका क्लब की ओर से शॉल, श्रीफल, मोतियों की माला से क्लब अध्यक्ष हर्षवर्धन दीक्षित, उपाध्याय, डॉ. जाजोदिया तीनों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन आकाश अग्रवाल ने किया। संत रसाचार्य डॉ. ई. मादे धर्मयश जी शाम को फतेहपुरिया समाज के अन्नकूट में शामिल हुए।
बाली (इंडोनेशिया) के संत रसाचार्य डॉ. ई. मादे धर्मयश जी इंदौर आए। साहित्यकार, समाजसेवी डॉ. बनवारी लाल जाजोदिया यथार्थ के आतिथ्य में आए डॉ. ई. मादे धर्मयश जी ने उज्जैन में महाकाल और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। इसके साथ ही इंदौर के सभी प्रमुख मंदिर, राजवाड़ा देखकर काफी खुश हुए। मालवा की दाल बाटी, बाफला, उज्जैन में मक्का, बाजरा, ज्वार की रोटी उन्हें बहुत पसंद आई। इंदौर से वे खजुराहो के लिए रवाना हुए और मप्र के अन्य शहरों से होते हुए प्रयागराज महाकुंभ पहुंचेंगे। इंदौर में प्रवेश करते ही साफ-सफाई, मालवा का आपसी प्रेम भाव, खानपान, संस्कृति, हर चेहरे पर मुस्कान और आत्म संतुष्टि देखकर डॉ. ई. मादे धर्मयश जी ने प्रशंसा की। इस बीच, बाली के संत रोटरी क्लब ऑफ इंदौर के नंदकिशोर उपाध्याय के यहां आयोजित पारिवारिक मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर अपने आशीष वचनों में उन्होंने कहा कि मानव जीवन ही औरों का परोपकार करने के लिए ही मिला है, इसे व्यर्थ न जाने दें। उनका क्लब की ओर से शॉल, श्रीफल, मोतियों की माला से क्लब अध्यक्ष हर्षवर्धन दीक्षित, उपाध्याय, डॉ. जाजोदिया तीनों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन आकाश अग्रवाल ने किया। संत रसाचार्य डॉ. ई. मादे धर्मयश जी शाम को फतेहपुरिया समाज के अन्नकूट में शामिल हुए।