खालवा में पशुपालकों को बेचा नकली पशु आहार:सस्ते दाम का लालच देकर की ठगी; पशुओं ने सूंघकर नहीं खाना तो हुआ खुलासा

सस्ते पशु आहार देने के नाम पर खालवा क्षेत्र के पशु पालकों को साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। किसानों ने आरोप लगाया कि बाहर से आए व्यापारियों ने पशुपालकों को असली खली दिखाकर नकली बोरियां दे दी। ठगी का शिकार किसान अब व्यापारी को ढूंढ रहे है। मामले में पुलिस से शिकायत की गई है। ग्राम नागोतार के पशुपालक श्रीराम यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले एक पिकअप वाहन से बिनोला खल्ली (पशु आहार) को लेकर दो व्यापारी हमारे गांव आए थे। उन्होंने यह आहार हरियाणा की कंपनी का होना बताकर गांव के पशुपालकों को एक खुली हुई बोरी से सेंपल दिखाया। वहीं आसपास के गांवों में भी पशुपालकों ने इसे खरीदना बताया। व्यापारियों ने बाजार में 1600 से 1800 रुपए प्रति बोरी (50 किलो वजन) बिकने वाली खल, 900 रुपए प्रति बोरी देने का प्रलोभन दिया। इसके बाद उन्होंने सस्ते दाम के लालच में उसने 12 कट्टे खरीद लिए। नकली खल होने का खुलासा तब हुआ, जब पशुओं ने उसे सूंघने के बाद नहीं खाया। इसके बाद चेक करने पर वह नकली पाई गई। हरियाणा की प्रसिद्व कंपनी का ब्रांड बताया पशुपालक श्रीराम यादव ने बताया कि खुद को हरियाणा का व्यापारी बताते हुए आरोपी ने वहां की प्रसिद्ध माखन अमृत (बिनौला खल) नाम से कंपनी का उत्पाद बताया। बाजार में 1600 से 1800 रुपए प्रति बोरी (50 किलो वजन) मात्र 900 रुपए प्रति बोरी देने का प्रलोभन दिया था। इधर, पुलिस का कहना है कि बोरी पर निर्माता कंपनी का पता और संपर्क नंबर की जांच की तो बोरियों इस प्रकार कुछ भी अंकित नही मिला। बुरहानपुर क्षेत्र में बाहरी व्यापारी सक्रिय श्रीराम यादव ने बताया कि खालवा में ठगी करने के बाद आरोपी बुरहानपुर क्षेत्र के नागोतार, सेंधवाल, रायपुर में खल्ली बेचने के लिए सक्रिय है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले की जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है। खालवा के पशु आहार व्यापारी ने बताया कि बिनोला खल बिनोला से बनती है। इसकी अलग ही पहचान है, जिसे हाथ में लेते ही खुशबु से भी पहचाना जा सकता है।

खालवा में पशुपालकों को बेचा नकली पशु आहार:सस्ते दाम का लालच देकर की ठगी; पशुओं ने सूंघकर नहीं खाना तो हुआ खुलासा
सस्ते पशु आहार देने के नाम पर खालवा क्षेत्र के पशु पालकों को साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। किसानों ने आरोप लगाया कि बाहर से आए व्यापारियों ने पशुपालकों को असली खली दिखाकर नकली बोरियां दे दी। ठगी का शिकार किसान अब व्यापारी को ढूंढ रहे है। मामले में पुलिस से शिकायत की गई है। ग्राम नागोतार के पशुपालक श्रीराम यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले एक पिकअप वाहन से बिनोला खल्ली (पशु आहार) को लेकर दो व्यापारी हमारे गांव आए थे। उन्होंने यह आहार हरियाणा की कंपनी का होना बताकर गांव के पशुपालकों को एक खुली हुई बोरी से सेंपल दिखाया। वहीं आसपास के गांवों में भी पशुपालकों ने इसे खरीदना बताया। व्यापारियों ने बाजार में 1600 से 1800 रुपए प्रति बोरी (50 किलो वजन) बिकने वाली खल, 900 रुपए प्रति बोरी देने का प्रलोभन दिया। इसके बाद उन्होंने सस्ते दाम के लालच में उसने 12 कट्टे खरीद लिए। नकली खल होने का खुलासा तब हुआ, जब पशुओं ने उसे सूंघने के बाद नहीं खाया। इसके बाद चेक करने पर वह नकली पाई गई। हरियाणा की प्रसिद्व कंपनी का ब्रांड बताया पशुपालक श्रीराम यादव ने बताया कि खुद को हरियाणा का व्यापारी बताते हुए आरोपी ने वहां की प्रसिद्ध माखन अमृत (बिनौला खल) नाम से कंपनी का उत्पाद बताया। बाजार में 1600 से 1800 रुपए प्रति बोरी (50 किलो वजन) मात्र 900 रुपए प्रति बोरी देने का प्रलोभन दिया था। इधर, पुलिस का कहना है कि बोरी पर निर्माता कंपनी का पता और संपर्क नंबर की जांच की तो बोरियों इस प्रकार कुछ भी अंकित नही मिला। बुरहानपुर क्षेत्र में बाहरी व्यापारी सक्रिय श्रीराम यादव ने बताया कि खालवा में ठगी करने के बाद आरोपी बुरहानपुर क्षेत्र के नागोतार, सेंधवाल, रायपुर में खल्ली बेचने के लिए सक्रिय है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले की जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है। खालवा के पशु आहार व्यापारी ने बताया कि बिनोला खल बिनोला से बनती है। इसकी अलग ही पहचान है, जिसे हाथ में लेते ही खुशबु से भी पहचाना जा सकता है।