नगर भ्रमण पर निकले भोलेनाथ:देवास में 108 साल से चली आ रही परंपरा, पालकी में विराजे महादेव
नगर भ्रमण पर निकले भोलेनाथ:देवास में 108 साल से चली आ रही परंपरा, पालकी में विराजे महादेव
देवास में मील रोड़ स्थित भोलेनाथ उत्सव समिति द्वारा भगवान भोलेनाथ की शाही सवारी निकाली गई। इस परंपरागत यात्रा में भगवान भोलेनाथ को पालकी में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया गया। सवारी में भूतों की टोली और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। यह सवारी 108 साल से निरंतर निकाली जा रही है। मान्यता है कि इस दौरान भगवान भोलेनाथ अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण करते हैं। शाही सवारी में अखाड़ों के कलाकारों ने भी हिस्सा लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया। यात्रा भोलेनाथ मंदिर मील रोड़ से शुरू होकर तहसील चौराहा, एमजी रोड़, नावेल्टी चौराहा सहित शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई देर रात मंदिर पहुंची। शहर की कई संस्थाओं ने भगवान की शाही सवारी का स्वागत किया। इस अवसर पर देवास विधायक गायत्री राजे पवार सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। भोलेनाथ उत्सव समिति के राजवर्धन यादव ने बताया कि पहले यह यात्रा सीमित रूप से निकलती थी। अब इसे बड़े स्तर पर आयोजित किया जाता है। इसमें बैंड-बाजे, भूतों की टोली और आकर्षक झांकियां शामिल होती हैं। शहर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इस धार्मिक आयोजन में शामिल होते हैं। देखिए यात्रा की तस्वीरें
देवास में मील रोड़ स्थित भोलेनाथ उत्सव समिति द्वारा भगवान भोलेनाथ की शाही सवारी निकाली गई। इस परंपरागत यात्रा में भगवान भोलेनाथ को पालकी में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया गया। सवारी में भूतों की टोली और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। यह सवारी 108 साल से निरंतर निकाली जा रही है। मान्यता है कि इस दौरान भगवान भोलेनाथ अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण करते हैं। शाही सवारी में अखाड़ों के कलाकारों ने भी हिस्सा लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया। यात्रा भोलेनाथ मंदिर मील रोड़ से शुरू होकर तहसील चौराहा, एमजी रोड़, नावेल्टी चौराहा सहित शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई देर रात मंदिर पहुंची। शहर की कई संस्थाओं ने भगवान की शाही सवारी का स्वागत किया। इस अवसर पर देवास विधायक गायत्री राजे पवार सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। भोलेनाथ उत्सव समिति के राजवर्धन यादव ने बताया कि पहले यह यात्रा सीमित रूप से निकलती थी। अब इसे बड़े स्तर पर आयोजित किया जाता है। इसमें बैंड-बाजे, भूतों की टोली और आकर्षक झांकियां शामिल होती हैं। शहर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इस धार्मिक आयोजन में शामिल होते हैं। देखिए यात्रा की तस्वीरें