नरिहा पंचायत भवन अधूरा, मजदूरों और ट्रैक्टर मालिकों को नहीं मिला भुगतान

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोण्डागांव, 12 सितम्बर। कोण्डागांव जिला मुख्यालय से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत नरिहा में पंचायत भवन निर्माण कार्य पिछले एक से डेढ़ वर्ष से अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि भवन निर्माण के लिए न तो उचित निगरानी की गई और न ही इसमें लगे मजदूरों और संसाधनों का भुगतान किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने जानकारी दी कि भवन निर्माण के लिए क्षेत्रीय ठेकेदार द्वारा रेती और अन्य निर्माण सामग्री ट्रैक्टर के माध्यम से पहुँचाई गई थी, लेकिन आज तक ट्रैक्टर मालिकों और मजदूरों को उनका मेहनताना नहीं मिला है । ट्रैक्टर मालिकों का कहना है कि उनसे डीज़ल और काम का खर्चा खुद वहन कराया गया, लेकिन ठेकेदार द्वारा बार-बार टालने के बावजूद करीब 30,000 से 40,000 तक की राशि अब तक नहीं दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि आज दूंगा, कल दूंगा करते-करते साल बीत गया। वे कई बार ठेकेदार से फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन अब फोन उठाना बंद कर दिया गया है, और कई बार मोबाइल स्विच ऑफ भी कर दिया जाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पंचायत भवन का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण कराया जाए। मजदूरों और ट्रैक्टर मालिकों को तत्काल भुगतान किया जाए। लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीण आंदोलन या उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहे हैं।

नरिहा पंचायत भवन अधूरा, मजदूरों और ट्रैक्टर मालिकों को नहीं मिला भुगतान
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोण्डागांव, 12 सितम्बर। कोण्डागांव जिला मुख्यालय से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत नरिहा में पंचायत भवन निर्माण कार्य पिछले एक से डेढ़ वर्ष से अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि भवन निर्माण के लिए न तो उचित निगरानी की गई और न ही इसमें लगे मजदूरों और संसाधनों का भुगतान किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने जानकारी दी कि भवन निर्माण के लिए क्षेत्रीय ठेकेदार द्वारा रेती और अन्य निर्माण सामग्री ट्रैक्टर के माध्यम से पहुँचाई गई थी, लेकिन आज तक ट्रैक्टर मालिकों और मजदूरों को उनका मेहनताना नहीं मिला है । ट्रैक्टर मालिकों का कहना है कि उनसे डीज़ल और काम का खर्चा खुद वहन कराया गया, लेकिन ठेकेदार द्वारा बार-बार टालने के बावजूद करीब 30,000 से 40,000 तक की राशि अब तक नहीं दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि आज दूंगा, कल दूंगा करते-करते साल बीत गया। वे कई बार ठेकेदार से फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन अब फोन उठाना बंद कर दिया गया है, और कई बार मोबाइल स्विच ऑफ भी कर दिया जाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पंचायत भवन का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण कराया जाए। मजदूरों और ट्रैक्टर मालिकों को तत्काल भुगतान किया जाए। लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीण आंदोलन या उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहे हैं।