हाईकोर्ट के आदेश पर कान्हा से बांधवगढ़ पहुंचा त्रिदेव हाथी:तीन लोगों की मौत के बाद पकड़ा गया था, अब रेडियो कॉलर लगाकर छोड़ा जाएगा

अनूपपुर जिले में फरवरी 2024 में जंगली हाथी त्रिदेव द्वारा तीन लोगों की जान लेने के मामले में नया मोड़ आया है। हाईकोर्ट के आदेश पर इस हाथी को अब जंगल में छोड़ा जाएगा। 22 फरवरी की रात अनूपपुर के गोबरी गांव में एक ग्रामीण की मौत के बाद स्थानीय लोगों और वन विभाग के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान हुई फायरिंग में दो ग्रामीण और एक एएसआई घायल हुए थे। घटना के बाद वन विभाग ने दोनों हाथियों को पकड़ लिया। एक को बांधवगढ़ में रखा गया और घायल हाथी को कान्हा टाइगर रिजर्व की वेटनरी केयर यूनिट में भेजा गया। विशेषज्ञ समिति ने बांधवगढ़ के हाथी को नवंबर 2024 में जंगल में छोड़ने की सिफारिश की। कान्हा में रखे हाथी की एलिफेंट एडवाइजरी कमेटी ने नियमित जांच के बाद स्वस्थ घोषित किया। जबलपुर हाईकोर्ट ने भी जंगली प्राणी को कैद में रखने को अनुचित बताते हुए उसे छोड़ने का आदेश दिया। मंगलवार को कान्हा की विशेष टीम ने हाथी को बांधवगढ़ के लिए रवाना किया। तीन प्रशिक्षित हाथियों की मदद से उसे विशेष वाहन में स्थानांतरित किया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे रेडियो कॉलर पहनाया गया। इससे वन विभाग उसकी गतिविधियों पर नजर रख सकेगा। सुरक्षित यात्रा के लिए मार्ग का पहले ही सर्वे कर लिया गया था।

हाईकोर्ट के आदेश पर कान्हा से बांधवगढ़ पहुंचा त्रिदेव हाथी:तीन लोगों की मौत के बाद पकड़ा गया था, अब रेडियो कॉलर लगाकर छोड़ा जाएगा
अनूपपुर जिले में फरवरी 2024 में जंगली हाथी त्रिदेव द्वारा तीन लोगों की जान लेने के मामले में नया मोड़ आया है। हाईकोर्ट के आदेश पर इस हाथी को अब जंगल में छोड़ा जाएगा। 22 फरवरी की रात अनूपपुर के गोबरी गांव में एक ग्रामीण की मौत के बाद स्थानीय लोगों और वन विभाग के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान हुई फायरिंग में दो ग्रामीण और एक एएसआई घायल हुए थे। घटना के बाद वन विभाग ने दोनों हाथियों को पकड़ लिया। एक को बांधवगढ़ में रखा गया और घायल हाथी को कान्हा टाइगर रिजर्व की वेटनरी केयर यूनिट में भेजा गया। विशेषज्ञ समिति ने बांधवगढ़ के हाथी को नवंबर 2024 में जंगल में छोड़ने की सिफारिश की। कान्हा में रखे हाथी की एलिफेंट एडवाइजरी कमेटी ने नियमित जांच के बाद स्वस्थ घोषित किया। जबलपुर हाईकोर्ट ने भी जंगली प्राणी को कैद में रखने को अनुचित बताते हुए उसे छोड़ने का आदेश दिया। मंगलवार को कान्हा की विशेष टीम ने हाथी को बांधवगढ़ के लिए रवाना किया। तीन प्रशिक्षित हाथियों की मदद से उसे विशेष वाहन में स्थानांतरित किया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे रेडियो कॉलर पहनाया गया। इससे वन विभाग उसकी गतिविधियों पर नजर रख सकेगा। सुरक्षित यात्रा के लिए मार्ग का पहले ही सर्वे कर लिया गया था।