अपने पहले ही चुनाव में कंगना रणौत ने जीत का डंका बजा दिया
अपने पहले ही चुनाव में कंगना रणौत ने जीत का डंका बजा दिया
मंडी। अपने पहले ही चुनाव में क्वीन कंगना रणौत ने जीत का डंका बजा दिया है। उन्होंने पहले ही मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी राजा विक्रमादित्य सिंह को हराया है। कंगना ने संसदीय सीट पर विक्रमादित्य सिंह को 74755 मतों के अंतर से मात दी है। संसदीय सीट मंडी पर भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत की जीत में मंडी जिला ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। जिला के सभी 9 हलकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर का नाम खूब चला है। यही वजह रही कि कांग्रेस जिला के एक भी हलके में बढ़त नहीं ले सकी है। मंडी जिला की 9 सीटों से ही कंगना रणौत ने 101559 मतों की रिकार्ड बढ़त हासिल की है। मंडी जिला में कंगना रणौत को कुल 336514 वोट मिले हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को 234955 मत मिल सके हैं। हालांकि मंडी जिला में सराज, भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत के गृह क्षेत्र सरकाघाट और सुंदरनगर से उम्मीद के मुताबिक भाजपा को बढ़त नहीं मिली है। जबकि सदर, नाचन, करसोग और दं्रग ने उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा ने एक तरफा वोट इस बार मंडी जिला में नहीं लिए हैं, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार के समय ही इसी सीट पर हुए उप चुनाव में हुई किरकरी से इस बार मंडी के भाजपा विधायक बच जरूर गए हैं। जोगिंद्रनगर विस क्षेत्र से एक बार फिर से भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सबसे अधिक 19402 मतों की बढ़त आई है। जोगिंद्रनगर से 2019 में 36292 मतों और उप चुनाव में 7144 की बढ़त भाजपा को मिली थी।
इसके बाद दूसरे नंबर पर सदर विधायक अनिल शर्मा ने अपनी साख का लोहा मनवाते हुए भाजपा को 15515 मतों की लीड दिलाई है। 2019 में सदर से 27491 और उप चुनाव में 3246 मतों की बढ़त भाजपा को आई थी। इसके बाद जिला से सराज बढ़त के मामले में तीसरे स्थान पर रहा है। यहां से इस बार 14698 मतों की लीड भाजपा को है, लेकिन 2019 में यह बढ़त 37174 मतों की थी। जबकि उप चुनाव में भी सराज 21659 की बढ़त दिलाने में जयराम ठाकुर सफल हो गए थे। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी के हल्के से 13647 मतों की बढ़त मिली है। हालांकि उम्मीद के मुताबिक यह बढ़त काफी कम है। 2019 में यहां से 31021 मतों की लीड रामस्वरूप शर्मा को मिली थी। जबकि उप चुनाव में 1849 मत भाजपा आगे रही थी। चौथे नंबर पर बल्ह विधायक इंद्र से गांधी रहे हैं। उन्होंने उम्मीद से अधिक भाजपा को 9742 मतों की बढ़त दी है। 2019 में बल्ह विस से 33168 मतों की लीड राम स्वरूप शर्मा को मिली थी और उप चुनाव में इंद्र सिंह गांधी मात्र 956 मतों की ही लीड दिला सके थे। उधर, भाजपा के दिग्गज नेता राकेश जम्बाल के हल्के से उम्मीद से काफी कम 8954 मतों की बढ़त इस बार है। पिछले चुनाव में यहां से 23432 और उप चुनाव में 1912 की बढ़त आई थी। इसके बाद दं्रग विस पूर्ण चंद ठाकुर 7699 मतों की लीड दिलाने में सफल हो गए हैं। कांग्रेस को यहां से भी बढ़त का अनुमान था। यहां से 2019 में 26097 और उप चुनाव में 2621 की बढ़त भाजपा को मिली है। नाचन का प्रदर्शन इस बार कुछ ठीक रहा है। यहां से इस बार 5936 मतों की बढ़त भाजपा को है। हालांकि यहां से कांग्रेस बढ़त की उम्मीद में थी। उप चुनाव में कांग्रेस नाचन से 2571 मतों की बढ़त ले गई थी और 2019 के चुनाव में 26136 की बढ़त राम स्वरूप शर्मा को मिली थी। करसोग से पहली बार चुनाव जीते भाजपा इस बार 5926 मतों की बढ़त दिलाने में सफल हुए हैं। यहां से कांग्रेस ने बढ़त की उम्मीद लगाई हुई थी। पिछले चुनाव में करसोग से भाजपा को 26860 और उप चुनाव में 1413 मतों की बढ़त मिली थी।
मंडी। अपने पहले ही चुनाव में क्वीन कंगना रणौत ने जीत का डंका बजा दिया है। उन्होंने पहले ही मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी राजा विक्रमादित्य सिंह को हराया है। कंगना ने संसदीय सीट पर विक्रमादित्य सिंह को 74755 मतों के अंतर से मात दी है। संसदीय सीट मंडी पर भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत की जीत में मंडी जिला ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। जिला के सभी 9 हलकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर का नाम खूब चला है। यही वजह रही कि कांग्रेस जिला के एक भी हलके में बढ़त नहीं ले सकी है। मंडी जिला की 9 सीटों से ही कंगना रणौत ने 101559 मतों की रिकार्ड बढ़त हासिल की है। मंडी जिला में कंगना रणौत को कुल 336514 वोट मिले हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को 234955 मत मिल सके हैं। हालांकि मंडी जिला में सराज, भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत के गृह क्षेत्र सरकाघाट और सुंदरनगर से उम्मीद के मुताबिक भाजपा को बढ़त नहीं मिली है। जबकि सदर, नाचन, करसोग और दं्रग ने उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा ने एक तरफा वोट इस बार मंडी जिला में नहीं लिए हैं, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार के समय ही इसी सीट पर हुए उप चुनाव में हुई किरकरी से इस बार मंडी के भाजपा विधायक बच जरूर गए हैं। जोगिंद्रनगर विस क्षेत्र से एक बार फिर से भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सबसे अधिक 19402 मतों की बढ़त आई है। जोगिंद्रनगर से 2019 में 36292 मतों और उप चुनाव में 7144 की बढ़त भाजपा को मिली थी।
इसके बाद दूसरे नंबर पर सदर विधायक अनिल शर्मा ने अपनी साख का लोहा मनवाते हुए भाजपा को 15515 मतों की लीड दिलाई है। 2019 में सदर से 27491 और उप चुनाव में 3246 मतों की बढ़त भाजपा को आई थी। इसके बाद जिला से सराज बढ़त के मामले में तीसरे स्थान पर रहा है। यहां से इस बार 14698 मतों की लीड भाजपा को है, लेकिन 2019 में यह बढ़त 37174 मतों की थी। जबकि उप चुनाव में भी सराज 21659 की बढ़त दिलाने में जयराम ठाकुर सफल हो गए थे। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी के हल्के से 13647 मतों की बढ़त मिली है। हालांकि उम्मीद के मुताबिक यह बढ़त काफी कम है। 2019 में यहां से 31021 मतों की लीड रामस्वरूप शर्मा को मिली थी। जबकि उप चुनाव में 1849 मत भाजपा आगे रही थी। चौथे नंबर पर बल्ह विधायक इंद्र से गांधी रहे हैं। उन्होंने उम्मीद से अधिक भाजपा को 9742 मतों की बढ़त दी है। 2019 में बल्ह विस से 33168 मतों की लीड राम स्वरूप शर्मा को मिली थी और उप चुनाव में इंद्र सिंह गांधी मात्र 956 मतों की ही लीड दिला सके थे। उधर, भाजपा के दिग्गज नेता राकेश जम्बाल के हल्के से उम्मीद से काफी कम 8954 मतों की बढ़त इस बार है। पिछले चुनाव में यहां से 23432 और उप चुनाव में 1912 की बढ़त आई थी। इसके बाद दं्रग विस पूर्ण चंद ठाकुर 7699 मतों की लीड दिलाने में सफल हो गए हैं। कांग्रेस को यहां से भी बढ़त का अनुमान था। यहां से 2019 में 26097 और उप चुनाव में 2621 की बढ़त भाजपा को मिली है। नाचन का प्रदर्शन इस बार कुछ ठीक रहा है। यहां से इस बार 5936 मतों की बढ़त भाजपा को है। हालांकि यहां से कांग्रेस बढ़त की उम्मीद में थी। उप चुनाव में कांग्रेस नाचन से 2571 मतों की बढ़त ले गई थी और 2019 के चुनाव में 26136 की बढ़त राम स्वरूप शर्मा को मिली थी। करसोग से पहली बार चुनाव जीते भाजपा इस बार 5926 मतों की बढ़त दिलाने में सफल हुए हैं। यहां से कांग्रेस ने बढ़त की उम्मीद लगाई हुई थी। पिछले चुनाव में करसोग से भाजपा को 26860 और उप चुनाव में 1413 मतों की बढ़त मिली थी।