मिश्र की मनाई गई 127वीं जयंती

छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 15 सितंबर। मूर्धन्य साहित्यकार डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र की 127वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को परिसंवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. शंकरमुनि राय व अध्यक्षता साहित्यकार गिरीश पंकज ने किया। कान्यकुब्ज सभा राजनंादगांव व नांदगांव साहित्य एवं संस्कृति परिषद द्वारा मिश्र की 127वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सुबह त्रिवेणी परिसर में डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र, डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी एवं गजानन माधव मुक्तिबोध की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि राजनांदगांव की धरती की पहचान डॉ. मिश्र जैसे साहित्यकारों से हुई है। डॉ. शंकर मुनिराय ने डॉक्टर मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान राजा माखीजा, संतोष पिल्ले एवं बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

मिश्र की मनाई गई 127वीं जयंती
छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 15 सितंबर। मूर्धन्य साहित्यकार डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र की 127वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को परिसंवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. शंकरमुनि राय व अध्यक्षता साहित्यकार गिरीश पंकज ने किया। कान्यकुब्ज सभा राजनंादगांव व नांदगांव साहित्य एवं संस्कृति परिषद द्वारा मिश्र की 127वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सुबह त्रिवेणी परिसर में डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र, डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी एवं गजानन माधव मुक्तिबोध की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि राजनांदगांव की धरती की पहचान डॉ. मिश्र जैसे साहित्यकारों से हुई है। डॉ. शंकर मुनिराय ने डॉक्टर मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान राजा माखीजा, संतोष पिल्ले एवं बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।