छत्तीसगढ़ भवन के रसोइए और वेटर एफएसएसआई से प्रशिक्षित होंगे

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 16 फरवरी। नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ भवन के कैंटीन स्टाफ को जल्द ही भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा अपने खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने आज कहा कि यह भारत के नागरिकों के लिए भी सुरक्षित और स्वस्थ भोजन वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों में खाद्य सुरक्षा नियमों और विनियमों, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जी प्रबंधन, खाद्य संचालन और नियंत्रण, दस्तावेज़ीकरण और रिकॉर्ड, लेबलिंग सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। सूत्रों ने कहा कि प्रशिक्षण पद्धतियों और खाद्य उद्योग में उभरते रुझान। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य खाद्य क्षेत्र में निरंतर सीखने और सुधार की संस्कृति स्थापित करना है। राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों में खाद्य सुरक्षा नियमों और विनियमों, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जी प्रबंधन, खाद्य संचालन और नियंत्रण, दस्तावेज़ीकरण और रिकॉर्ड, लेबलिंग सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। सूत्रों ने कहा कि प्रशिक्षण पद्धतियों और खाद्य उद्योग में उभरते रुझान। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य खाद्य क्षेत्र में निरंतर सीखने और सुधार की संस्कृति स्थापित करना है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और सरकारी कार्यालय भवनों की कैंटीनों में खाद्य सुरक्षा मानकों को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने वाले प्रतिभागियों को पूरे भारत में मान्यता प्राप्त खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षक (एफएसएस) प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ भवन कैंटीन के कर्मचारियों और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने की यह पहल एफएसएसएआई द्वारा 25 लाख खाद्य व्यवसाय संचालकों को प्रशिक्षण देने की घोषणा के अनुरूप है।अगले 3 साल, सूत्रों ने कहा, 7 जून, 2023 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री द्वारा बनाया गया। खाद्य नियामक एफएसएएआई ने अब तक बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और सिक्किम सहित चार राज्य भवनों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं।इसके अलावा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), नॉर्थ ब्लॉक में भी प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर भवनों में प्रशिक्षण सत्र की योजना बनाई गई है। सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, FoSTaC कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण सरकारी कार्यालयों में सभी कैंटीनों में आयोजित किया जाएगा। खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (FoSTaC), स्नस्स््रढ्ढ की एक प्रमुख पहल, खाद्य व्यवसाय में शामिल खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

छत्तीसगढ़ भवन के रसोइए और वेटर एफएसएसआई से प्रशिक्षित होंगे
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 16 फरवरी। नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ भवन के कैंटीन स्टाफ को जल्द ही भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा अपने खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने आज कहा कि यह भारत के नागरिकों के लिए भी सुरक्षित और स्वस्थ भोजन वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों में खाद्य सुरक्षा नियमों और विनियमों, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जी प्रबंधन, खाद्य संचालन और नियंत्रण, दस्तावेज़ीकरण और रिकॉर्ड, लेबलिंग सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। सूत्रों ने कहा कि प्रशिक्षण पद्धतियों और खाद्य उद्योग में उभरते रुझान। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य खाद्य क्षेत्र में निरंतर सीखने और सुधार की संस्कृति स्थापित करना है। राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों में खाद्य सुरक्षा नियमों और विनियमों, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जी प्रबंधन, खाद्य संचालन और नियंत्रण, दस्तावेज़ीकरण और रिकॉर्ड, लेबलिंग सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। सूत्रों ने कहा कि प्रशिक्षण पद्धतियों और खाद्य उद्योग में उभरते रुझान। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य खाद्य क्षेत्र में निरंतर सीखने और सुधार की संस्कृति स्थापित करना है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भवनों और सरकारी कार्यालय भवनों की कैंटीनों में खाद्य सुरक्षा मानकों को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने वाले प्रतिभागियों को पूरे भारत में मान्यता प्राप्त खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षक (एफएसएस) प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ भवन कैंटीन के कर्मचारियों और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के भवनों और राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने की यह पहल एफएसएसएआई द्वारा 25 लाख खाद्य व्यवसाय संचालकों को प्रशिक्षण देने की घोषणा के अनुरूप है।अगले 3 साल, सूत्रों ने कहा, 7 जून, 2023 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री द्वारा बनाया गया। खाद्य नियामक एफएसएएआई ने अब तक बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और सिक्किम सहित चार राज्य भवनों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं।इसके अलावा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), नॉर्थ ब्लॉक में भी प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर भवनों में प्रशिक्षण सत्र की योजना बनाई गई है। सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, FoSTaC कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण सरकारी कार्यालयों में सभी कैंटीनों में आयोजित किया जाएगा। खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (FoSTaC), स्नस्स््रढ्ढ की एक प्रमुख पहल, खाद्य व्यवसाय में शामिल खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।