इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा वर्कशॉप:आनंद विहार कॉलेज फॉर वूमेन भोपाल ने पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

आनंद विहार कॉलेज फॉर वूमेन भोपाल में ईको फ्रेंडली गणेश निर्माण वर्कशॉप का आयोजन गुरूवार को किया गया। पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के उद्देश्य से महाविद्यालय के एनएसएस एवं ईको क्लब की गतिविधियों के अंतर्गत आयोजन किया गया। जिसमें गायत्री शक्तिपीठ युवा प्रकोष्ठ ने सहयोग दिया। अखिल भारतीय गायत्री परिवार के तत्वावधान में आयोजित वर्कशॉप में छात्राओं को मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाना सिखाया गया। जिसमें गायत्री शक्तिपीठ के सीमा भलावी और आयुष सरोडे ने छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. मधु मिश्रा सहित समस्त स्टाफ और छात्राओं ने भाग लिया । इस कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। साथ ही बताया गया कि आप सभी अपने घरों में मिट्टी एवं प्राकृतिक सामग्री से बने (ईको फ्रेंडली) गणेश की प्रतिमा ही स्थापित करें और पर्यावरण की रक्षा करें । इस मौके पर प्रतिमा निर्माण हेतु आवश्यक सामग्री ( मिट्टी), सजावट हेतु कलर्स, मोती एवं कुंदन छात्राओं द्वारा लाए गए। अपने हाथों से बनी हुई मिट्टी की मूर्ति को छात्राएं अपने साथ घर ले गए।

इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा वर्कशॉप:आनंद विहार कॉलेज फॉर वूमेन भोपाल ने पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
आनंद विहार कॉलेज फॉर वूमेन भोपाल में ईको फ्रेंडली गणेश निर्माण वर्कशॉप का आयोजन गुरूवार को किया गया। पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के उद्देश्य से महाविद्यालय के एनएसएस एवं ईको क्लब की गतिविधियों के अंतर्गत आयोजन किया गया। जिसमें गायत्री शक्तिपीठ युवा प्रकोष्ठ ने सहयोग दिया। अखिल भारतीय गायत्री परिवार के तत्वावधान में आयोजित वर्कशॉप में छात्राओं को मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाना सिखाया गया। जिसमें गायत्री शक्तिपीठ के सीमा भलावी और आयुष सरोडे ने छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. मधु मिश्रा सहित समस्त स्टाफ और छात्राओं ने भाग लिया । इस कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। साथ ही बताया गया कि आप सभी अपने घरों में मिट्टी एवं प्राकृतिक सामग्री से बने (ईको फ्रेंडली) गणेश की प्रतिमा ही स्थापित करें और पर्यावरण की रक्षा करें । इस मौके पर प्रतिमा निर्माण हेतु आवश्यक सामग्री ( मिट्टी), सजावट हेतु कलर्स, मोती एवं कुंदन छात्राओं द्वारा लाए गए। अपने हाथों से बनी हुई मिट्टी की मूर्ति को छात्राएं अपने साथ घर ले गए।