उमरिया के बांधवगढ़ में हाथियों के लिए कॉरिडोर बनेगा:17- 18 जुलाई को एमपी-छत्तीसगढ़ के 29 वन अधिकारी करेंगे बैठक

उमरिया के जिले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और आसपास के जंगलों में 70 से 80 जंगली हाथियों ने अपना ठिकाना बना लिया है। इनकी बढ़ती आवाजाही को देखते हुए 17 और 18 जुलाई को कार्यशाला होगी। दो राज्यों के 29 वन अधिकारी होंगे शामिल कार्यशाला में छत्तीसगढ़ से प्रधान मुख्य वन संरक्षक समेत 7 अधिकारी शामिल होंगे। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक भी इनमें शामिल हैं। मध्य प्रदेश से अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और 22 क्षेत्रीय अधिकारी भाग लेंगे। बांधवगढ़ और संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक भी मौजूद रहेंगे। हाथियों के लिए कॉरिडोर संरक्षण पर होगी चर्चा क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने सौमवार को बताया कि कार्यशाला में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें हाथियों के लिए कॉरिडोर संरक्षण शामिल है। वन्य प्राणी संरक्षण और मानव-वन्य प्राणी संघर्ष को रोकने की रणनीति भी बनेगी। उमरिया वन मंडल के घुनघुटी क्षेत्र में हाथियों ने 6 गांवों में नुकसान किया है। हाथियों ने मकानों को क्षति पहुंचाई है। बाइक और फसलें भी नष्ट की हैं। इस समस्या से निपटने के लिए दोनों राज्यों के वन विभाग मिलकर काम करेंगे।

उमरिया के बांधवगढ़ में हाथियों के लिए कॉरिडोर बनेगा:17- 18 जुलाई को एमपी-छत्तीसगढ़ के 29 वन अधिकारी करेंगे बैठक
उमरिया के जिले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और आसपास के जंगलों में 70 से 80 जंगली हाथियों ने अपना ठिकाना बना लिया है। इनकी बढ़ती आवाजाही को देखते हुए 17 और 18 जुलाई को कार्यशाला होगी। दो राज्यों के 29 वन अधिकारी होंगे शामिल कार्यशाला में छत्तीसगढ़ से प्रधान मुख्य वन संरक्षक समेत 7 अधिकारी शामिल होंगे। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक भी इनमें शामिल हैं। मध्य प्रदेश से अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और 22 क्षेत्रीय अधिकारी भाग लेंगे। बांधवगढ़ और संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक भी मौजूद रहेंगे। हाथियों के लिए कॉरिडोर संरक्षण पर होगी चर्चा क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने सौमवार को बताया कि कार्यशाला में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें हाथियों के लिए कॉरिडोर संरक्षण शामिल है। वन्य प्राणी संरक्षण और मानव-वन्य प्राणी संघर्ष को रोकने की रणनीति भी बनेगी। उमरिया वन मंडल के घुनघुटी क्षेत्र में हाथियों ने 6 गांवों में नुकसान किया है। हाथियों ने मकानों को क्षति पहुंचाई है। बाइक और फसलें भी नष्ट की हैं। इस समस्या से निपटने के लिए दोनों राज्यों के वन विभाग मिलकर काम करेंगे।