भोपाल में इंडियन रूरल कोलोक्वि कार्यक्रम की शुरुआत:मंत्री पटेल बोले- नदियों के उद्गम और संरक्षण को गांव की योजना में शामिल करना होगा
भोपाल में इंडियन रूरल कोलोक्वि कार्यक्रम की शुरुआत:मंत्री पटेल बोले- नदियों के उद्गम और संरक्षण को गांव की योजना में शामिल करना होगा
भोपाल में ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया (टीआरआई) संस्था के 'इंडियन रूरल कोलोक्वि' कार्यक्रम की शुरुआत 1 अगस्त को IIFM के सभागार में हुई। कार्यक्रम 1 से 8 अगस्त तक चलने वाली राष्ट्रीय श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण मुद्दों पर गहराई से विमर्श कर ठोस समाधान तलाशना है। उद्घाटन सत्र में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि 'स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण-संवेदनशील पंचायतें ही समृद्ध गांव की नींव हैं। हमें नदियों के उद्गम और संरक्षण को गांव की योजना में शामिल करना होगा। मंत्री ने ग्रामीण विकास में स्थानीय नेतृत्व और समुदाय की भागीदारी को भी निर्णायक बताया। टीआरआई के सीनियर प्रैक्टिशनर राजेश ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर और तीन वर्षों से मध्यप्रदेश में संचालित हो रहा है। इसका उद्देश्य ग्राम स्तर के विकास के मुद्दों पर चर्चा करना है। आमजनों की आवाज नीति-निर्माताओं तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यूपी, झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसके विभिन्न संस्करण हो चुके हैं और सभी स्थानों पर नीति व समाज के बीच पुल का कार्य किया गया है। ग्रामीण विकास में महिला नेतृत्व की भूमिका
इस अवसर पर पद्मश्री सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. जनक पालटा मैकगिलिगन भी मौजूद रहीं और उन्होंने सतत ग्रामीण विकास में महिला नेतृत्व की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति-निर्माता, सामाजिक संस्थाएं, और ग्रामीण समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। पैनल चर्चाओं के माध्यम से यह मंच स्थानीय अनुभवों और विचारों को साझा करने का माध्यम बना है, जिससे मध्यप्रदेश के ग्रामीण विकास के रोडमैप को एक नया आयाम मिल सके।
भोपाल में ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया (टीआरआई) संस्था के 'इंडियन रूरल कोलोक्वि' कार्यक्रम की शुरुआत 1 अगस्त को IIFM के सभागार में हुई। कार्यक्रम 1 से 8 अगस्त तक चलने वाली राष्ट्रीय श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण मुद्दों पर गहराई से विमर्श कर ठोस समाधान तलाशना है। उद्घाटन सत्र में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि 'स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण-संवेदनशील पंचायतें ही समृद्ध गांव की नींव हैं। हमें नदियों के उद्गम और संरक्षण को गांव की योजना में शामिल करना होगा। मंत्री ने ग्रामीण विकास में स्थानीय नेतृत्व और समुदाय की भागीदारी को भी निर्णायक बताया। टीआरआई के सीनियर प्रैक्टिशनर राजेश ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर और तीन वर्षों से मध्यप्रदेश में संचालित हो रहा है। इसका उद्देश्य ग्राम स्तर के विकास के मुद्दों पर चर्चा करना है। आमजनों की आवाज नीति-निर्माताओं तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यूपी, झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसके विभिन्न संस्करण हो चुके हैं और सभी स्थानों पर नीति व समाज के बीच पुल का कार्य किया गया है। ग्रामीण विकास में महिला नेतृत्व की भूमिका
इस अवसर पर पद्मश्री सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. जनक पालटा मैकगिलिगन भी मौजूद रहीं और उन्होंने सतत ग्रामीण विकास में महिला नेतृत्व की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति-निर्माता, सामाजिक संस्थाएं, और ग्रामीण समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। पैनल चर्चाओं के माध्यम से यह मंच स्थानीय अनुभवों और विचारों को साझा करने का माध्यम बना है, जिससे मध्यप्रदेश के ग्रामीण विकास के रोडमैप को एक नया आयाम मिल सके।