वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच मजबूत स्थिति में भारत, वित्त वर्ष 26 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था : बर्नस्टीन

नई दिल्ली, 25 मार्च । ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने मंगलवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में आया धीमापन समाप्त हो चुका है और आगामी वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में देश की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। भू-राजनीतिक जोखिमों जैसे अमेरिका में मंदी की संभावना और जवाबी टैरिफ पर, बर्नस्टीन ने कहा कि भारत की रणनीति के कारण आने वाले वर्षों के लिए अर्थव्यवस्था का आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है। ग्लोबल ब्रोकरेज ने अपने नोट में कहा, वैश्विक अस्थिरता के बीच, अगर अमेरिकी मंदी आती है तो भारत लाभ उठाने की अच्छी स्थिति में है। भारत की विकास गति हमेशा अमेरिकी अर्थव्यवस्था से स्वतंत्र रही है और पिछले अनुभवों से पता चलता है कि आर्थिक मंदी के दौरान भारत आमतौर पर अमेरिका से पहले उबर गया था। बर्नस्टीन ने भारतीय शेयर बाजार के लिए भी सकारात्मक रुख अपनाया हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य सूचकांक निफ्टी 50 के लिए वर्ष के अंत तक 26,500 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच मजबूत स्थिति में भारत, वित्त वर्ष 26 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था : बर्नस्टीन
नई दिल्ली, 25 मार्च । ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने मंगलवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में आया धीमापन समाप्त हो चुका है और आगामी वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में देश की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। भू-राजनीतिक जोखिमों जैसे अमेरिका में मंदी की संभावना और जवाबी टैरिफ पर, बर्नस्टीन ने कहा कि भारत की रणनीति के कारण आने वाले वर्षों के लिए अर्थव्यवस्था का आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है। ग्लोबल ब्रोकरेज ने अपने नोट में कहा, वैश्विक अस्थिरता के बीच, अगर अमेरिकी मंदी आती है तो भारत लाभ उठाने की अच्छी स्थिति में है। भारत की विकास गति हमेशा अमेरिकी अर्थव्यवस्था से स्वतंत्र रही है और पिछले अनुभवों से पता चलता है कि आर्थिक मंदी के दौरान भारत आमतौर पर अमेरिका से पहले उबर गया था। बर्नस्टीन ने भारतीय शेयर बाजार के लिए भी सकारात्मक रुख अपनाया हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य सूचकांक निफ्टी 50 के लिए वर्ष के अंत तक 26,500 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।