आदि कर्मयोगी अभियान: तीन दिनी मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण शुरु

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 3 सितंबर। अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं का अधिकतम लाभ जनजातीय परिवारों तक पहुंचाने के लिए आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का 2 से 4 सितंबर तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ काष्ठागार नीलाम हॉल कोंडागांव में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कृपेंद्र तिवारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोंडागांव एवं शांतनु सहारण लीगल हेड जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया।जनजातीय समाज को मुख्य धारा से जोडऩे और योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचाने में मास्टर ट्रेनर्स की अहम भूमिका होगी।प्रशिक्षण में 7 डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स,35 ब्लाक मास्टर ट्रेनर्स और 5 सामाजिक संस्था शामिल होंगे। 7 विभाग- जिसमें आदिवासी विकास विभाग,लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी,पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग,स्वास्थ्य विभाग,शिक्षा विभाग,वन विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग प्रमुख रूप से शामिल हैं।विदित हो कि सरकार ने इस अभियान में 17 विभागों को जोड़ा है,ताकि लंबे समय से उपेक्षित समाज तक योजनाएं पहुंच सके। अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से भारत सरकार जनजाति कार्य मंत्रालय द्वारा 10 जुलाई को आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया है।आदि कर्म योगी अभियान के तहत सेवा पर्व और आदि कर्म योगी सेवा अभियान का आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जाएगा यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2024 को शुरू किए गए धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का ही अगला चरण है,इसकी परिकल्पना विश्व के सबसे बड़े जनजातीय नेतृत्व आंदोलन के रूप में की गई है,जो बहुविभागीय समन्वय और सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है।इसमें 17 मंत्रालयों की 25 गतिविधियां सम्मिलित हैं।सभी मास्टर ट्रेनर्स को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर आये मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद यह मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने ब्लॉकों में जाकर ग्राम स्तर पर कैडर फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे और उन्हें तैयार करेंगे।यह सभी आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना,पीएमजनमन योजना, मूलभूत सुविधाएं जैसे-आवास,सडक़,स्वास्थ्य,शिक्षा,रोजगार व ग्रामों के विकास के लिए ग्राम स्तर पर योजना तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।

आदि कर्मयोगी अभियान: तीन दिनी मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण शुरु
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 3 सितंबर। अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं का अधिकतम लाभ जनजातीय परिवारों तक पहुंचाने के लिए आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का 2 से 4 सितंबर तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ काष्ठागार नीलाम हॉल कोंडागांव में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कृपेंद्र तिवारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोंडागांव एवं शांतनु सहारण लीगल हेड जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया।जनजातीय समाज को मुख्य धारा से जोडऩे और योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचाने में मास्टर ट्रेनर्स की अहम भूमिका होगी।प्रशिक्षण में 7 डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स,35 ब्लाक मास्टर ट्रेनर्स और 5 सामाजिक संस्था शामिल होंगे। 7 विभाग- जिसमें आदिवासी विकास विभाग,लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी,पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग,स्वास्थ्य विभाग,शिक्षा विभाग,वन विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग प्रमुख रूप से शामिल हैं।विदित हो कि सरकार ने इस अभियान में 17 विभागों को जोड़ा है,ताकि लंबे समय से उपेक्षित समाज तक योजनाएं पहुंच सके। अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से भारत सरकार जनजाति कार्य मंत्रालय द्वारा 10 जुलाई को आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया है।आदि कर्म योगी अभियान के तहत सेवा पर्व और आदि कर्म योगी सेवा अभियान का आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जाएगा यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2024 को शुरू किए गए धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का ही अगला चरण है,इसकी परिकल्पना विश्व के सबसे बड़े जनजातीय नेतृत्व आंदोलन के रूप में की गई है,जो बहुविभागीय समन्वय और सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है।इसमें 17 मंत्रालयों की 25 गतिविधियां सम्मिलित हैं।सभी मास्टर ट्रेनर्स को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर आये मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद यह मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने ब्लॉकों में जाकर ग्राम स्तर पर कैडर फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे और उन्हें तैयार करेंगे।यह सभी आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना,पीएमजनमन योजना, मूलभूत सुविधाएं जैसे-आवास,सडक़,स्वास्थ्य,शिक्षा,रोजगार व ग्रामों के विकास के लिए ग्राम स्तर पर योजना तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।